महिलाओं को लखपति बनाने वाली योजना, सुरक्षित और लाभकारी निवेश के साथ मिलेग जबरदस्त रिटर्न
MSSC योजना में 1000 से 2 लाख तक निवेश कर महिलाएं 7.5% ब्याज कमा सकती हैं। यह योजना आर्थिक सशक्तिकरण और टैक्स छूट के साथ सुरक्षित निवेश का विकल्प है।
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC) योजना महिलाओं के लिए एक बेहतरीन निवेश विकल्प साबित हो रही है। इस योजना ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें औपचारिक वित्तीय बचत उपकरणों में अपनी कमाई को लगाने के लिए प्रोत्साहित करने का काम किया है।
इस योजना के तहत, किसी भी उम्र की महिला या लड़की अपने नाम या किसी लड़की के नाम पर खाता खोल सकती है। खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 1000 रुपये है और अधिकतम राशि 2 लाख रुपये है। खाता 2 साल की अवधि के लिए खोला जाता है और इस पर सालाना 7.5% का ब्याज मिलता है, जो तिमाही आधार पर जोड़ा जाता है।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना में आंशिक निकासी की सुविधा भी है। खाता खोलने के एक साल बाद खाताधारक अपने खाते के 40% तक का पैसा निकाल सकती है। इसके अलावा, अत्यधिक चिकित्सीय कारणों या खाताधारक की मृत्यु होने पर भी खाता बंद किया जा सकता है।
इस योजना में निवेश करने वाली महिलाएं इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी उठा सकती हैं। हालांकि, कमाए गए ब्याज पर टैक्स देना होगा और TDS भी काटा जाएगा।
यदि कोई महिला 2 साल के लिए MSSC में 2 लाख रुपये का निवेश करती है, तो मैच्योरिटी पर उसे 2.32 लाख रुपये मिलेंगे। यह एफडी की तरह काम करता है।
खाता खोलने के लिए महिलाओं को निकटतम पोस्ट ऑफिस पर जाकर फॉर्म, आधार और पैन कार्ड जैसे KYC डॉक्यूमेंट्स और पे-इन-स्लिप जमा करनी होगी। एक महिला एक से अधिक खाते भी खोल सकती है, लेकिन इन सभी खातों में कुल निवेश 2 लाख रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए। साथ ही, नए खाते खोलने के लिए पिछले खाते खोलने की तारीख से कम से कम 3 महीने का गैप होना चाहिए।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण फाइनेंशियल प्रोडक्ट है, जो उन्हें सुरक्षित और लाभकारी निवेश का अवसर प्रदान करता है। इस योजना ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें औपचारिक वित्तीय बचत उपकरणों में अपनी कमाई को लगाने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सरकार ने इस योजना को 2025 तक जारी रखने का फैसला किया है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। इस योजना ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें वित्तीय समावेशन की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।